मनोरंजन न्यूज़ डेस्क – जब आप किसी डॉक्यूमेंट्री को देखते हुए बार-बार चीजों को रिवाइंड करके देखना और सुनना चाहते हैं, तो इसका मतलब है कि वह चीज कमाल की है। नेटफ्लिक्स ने द रोशन्स नाम से एक डॉक्यूमेंट्री बनाई है और यह अपने आप में बेहतरीन है। पहला एपिसोड आपको इतना बांध लेगा कि आप तब तक नहीं उठेंगे जब तक आप पूरी नहीं देख लेते। रोशन का मतलब सिर्फ ऋतिक नहीं, बल्कि राकेश रोशन, राजेश रोशन और ऋतिक के दादा द ग्रेट रोशन है।
ये है द रोशन्स रिव्यू की कहानी
कहानी- इस कहानी की शुरुआत ऋतिक के दादा और राकेश रोशन के पिता रोशन लाल नागरथ से होती है। उनका सरनेम नागरथ था, फिर वे राकेश, राजेश और ऋतिक रोशन कैसे बन गए। ये 4 एपिसोड की डॉक्यूमेंट्री देखकर समझ में आता है। हर एपिसोड करीब एक घंटे लंबा है और कमाल का है। इसे देखने के बाद लगता है कि इसके और भी एपिसोड होने चाहिए थे। पहले एपिसोड में रोशन की कहानी दिखाई जाती है, फिर राजेश रोशन की, फिर राकेश रोशन की और फिर ऋतिक की बारी आती है। ये चारों कहानियां अपने आप में कमाल की हैं। ये अपने आप में बताती हैं कि टैलेंट ही वो चीज है जो नाम बनाती है। नेपोटिज्म का कोई असर नहीं है, वरना रोशन जैसे म्यूजिक डायरेक्टर के बेटे को 18 साल की उम्र में उनकी मौत के बाद लड़के से आदमी बनने के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ता।
डॉक्यूमेंट्री कैसी है?
यह एक कमाल की डॉक्यूमेंट्री है। यह आपको अपने जादू में ले जाती है। भले ही आप उनके बारे में कुछ भी न जानते हों, फिर भी आप इसे दोबारा सुनने का आनंद लेंगे। जिस ट्रीटमेंट के साथ इसे बनाया गया है, वह कमाल का है। जब शाहरुख खान, रणबीर कपूर, विक्की कौशल, जावेद अख्तर, संजय लीला भंसाली जैसे सितारे बोलते हैं, तो आपको और सुनने का मन करता है। आप रोशन के कमाल के संगीत में खो जाते हैं और आपको लगता है कि इस कमाल के संगीतकार को शायद वह मुकाम नहीं मिला जिसका वह हकदार था।
यह डॉक्यूमेंट्री 4 ऐसी शख्सियतों की कहानी है
यह डॉक्यूमेंट्री भी इसी बात पर यकीन करती है। आप एक पल के लिए भी स्क्रीन से अपनी नज़र नहीं हटाते क्योंकि एक के बाद एक कमाल के चेहरे आपके सामने आते हैं और कमाल की बातें कहते हैं। उनकी कहानी आपको प्रेरित करती है। यह उनके संघर्ष के बारे में बताती है। यह मेहनत करना सिखाती है। ऋतिक रोशन कैसे ऋतिक बने, इसकी अपनी कहानी है और यह भी कमाल की है। कुल मिलाकर यह आपको 4 ऐसी शख्सियतों के बारे में बताता है जिनका नाम रोशन होना चाहिए।
डायरेक्शन- इस सीरीज को शशि रंजन ने बनाया है। उन्होंने तमाम इंटरव्यू भी लाए हैं। सितारों के साथ जिस तरह का उनका रिश्ता है, शायद यह काम सिर्फ वही कर सकते थे। इतने सारे सितारों के इंटरव्यू लाना और एक बेहतरीन कहानी बुनना, हर एपिसोड में कुछ अलग डालना, यह अपने आप में कमाल है और इसके लिए शशि रंजन की जितनी तारीफ की जाए कम है। कुल मिलाकर, इस डॉक्यूमेंट्री को किसी भी कीमत पर देखें